मणिपुर में महिलाओं के साथ हिंसा के आरोपियों पर सख्ती से हो कार्रवाई-मनोरमा पाटेकर

कहा-मणिपुर में बहाल हो शांति, इंदिरा फेलो ने विभिन्न मुद्दों पर पत्रकारों से की विस्तृत चर्चा
जांजगीर-चांपा। मणिपुर में महिलाओं के साथ हिंसा के आरोपियों पर सख्ती से कार्रवाई हो और मणिपुर में शांति बहाल हो। ये बातें इंदिरा फेलो मनोरमा पाटेकर ने बुधवार को जिला मुख्यालय जांजगीर में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कही।
दरअसल, इंदिरा फेलोशिप के तहत प्रेसवार्ता का आयोजन 24 जनवरी 2024 को जिला मुख्यालय जांजगीर में किया गया, जिसमें इंदिरा फेलो मनोरमा पाटेकर ने विभिन्न मुद्दों पर पत्रकारों से विस्तृत चर्चा की। उन्होंने कहा कि कुश्ती संघ में भाजपा सांसद द्वारा महिला खिलाड़ियों का शोषण होना और उसके बाद भी सांसद पर कार्रवाई न होना ये बताता है कि भारतीय जनता पार्टी अपने आरोपी सांसद को अंतर्राष्ट्रीय ओलम्पिक विजेता खिलाड़ियों से ज्यादा अहमियत दे रही है। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों का कुश्ती से सन्यास लेना बहुत ही निराशाजनक है। इंदिरा फेलो मनोरमा पाटेकर ने आगे कहा कि आईआईटी बीएचयू प्रकरण में भाजपा के नेताओं द्वारा आरोपियों को प्रश्रय देना और उनकी गिरफ्तारी को विलंबित करवाना एक बार फिर सत्ता के महिलाओं के प्रति रवैये को दिखलाता है। उन पर फास्ट टैªक कोर्ट में मुकदमा चलाकर कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। इंदिरा फेलो पाटेकर ने एक सवाल के जवाब में कहा कि अब समय आ गया है कि हम पितृसत्ता और उत्पीड़न की जंजीरों को तोड़कर राजनीति में अपनी उचित जगह का दावा करें। साथ ही निर्णय लेने की मेज पर अपनी सीट लें। इंदिरा फेलोशिप एक पहल है, जिसका मुख्य उद्देश्य महिला नेताओं को सशक्त बनाना और उनकी राजनीतिक आकांक्षाओं का पोषण करना है। पूर्व प्रधानमंत्री एवं दूरदर्शी नेता स्व. इंदिरा गांधी के सम्मान में उनके नाम पर शुरू की गई इस फेलोशिप का मुख्य उद्देश्य राजनीति में अब तक लगभग अनसुने रहे स्त्री स्वर को पहचानना और उसे नेतृत्व और बदलाव का स्वर बनने के लिए आवश्यक ईंधन उपलब्ध कराना है। लैंगिक समानता के लिए यह आवश्यक है कि अधिक से अधिक महिलाएं निर्णय लेने की मेज पर अपनी जगह बनाएं। इस फेलोशिप का उद्देश्य उन कारणों को दूर करना है, जो राजनीति में महिलाओं के प्रवेश में बाधा बनते हैं।
आवश्यक ज्ञान, कौशल और नेटवर्क उपलब्ध कराएगा
इंदिरा फेलो मनोरमा पाटेकर ने कहा कि यह कार्यक्रम महिलाओं को राजनीतिक परिदृश्य की जटिलताओं से निपटने के लिए आवश्यक ज्ञान, कौशल और नेटवर्क उपलब्ध कराएगा। उन्होंने बताया कि फेलोशिप के दौरान चयनित प्रतिभागियों को एक विस्तृत और सघन प्रशिक्षण से गुजरना होगा। उन्हें नीति-निर्माण, जमीनी स्तर के अभियान और नेतृत्व विकास जैसे राजनीतिक आयामों पर उच्च स्तर के प्रशिक्षण मॉड्यूल और अनुभवी राजनीतिज्ञों का मार्गदर्शन उपलब्ध होगा। इसके अलावा, उन्हें साथी कार्यकर्ताओं के विविध नेटवर्क से जुड़ने, गठबंधन और साझेदारियां बनाने का अवसर मिलेगा, जिससे स्थायी परिवर्तन सुनिश्चित किया जा सके।
साथ मिलकर हम बाधाओं को कर सकते हैं खत्म
इंदिरा फेलो मनोरमा पाटेकर ने कहा कि जुनूनी और समर्पित कार्यकर्ताओं, पेशेवरों और परिवर्तन के लिए प्रतिबद्ध महिलाओं से आग्रह है कि वे इस राजनीतिक क्रांति का नेतृत्व करें। साथ मिलकर, हम बाधाओं को खत्म कर सकते हैं, उन दीवारों को गिरा सकते हैं, जो हमें हमारी सही जगह लेने से रोकती हैं और एक ऐसे भविष्य का निर्माण कर सकते हैं, जहां महिलाओं को अपने नागरिक अधिकार पाने के लिए अपनी ऊर्जा नष्ट करने की आवश्यकता नहीं रहेगी।