साईं इतना दीजिए जामे कुटुंब समाय -राजेश्री महन्त जी

नवनिर्मित गुरु कबीर कुटी का भव्य उद्घाटन एवं संत समागम भंडारा कार्यक्रम में सम्मिलित हुए
ग्राम मचंगोढा, छोटे गंतुली ,सारंगढ़ में नवनिर्मित गुरु कबीर कुटी का उद्घाटन संत समागम भंडारा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें मुख्य अतिथि के रूप में राजेश्री महन्त रामसुन्दर दास जी महाराज उपस्थित हुए। कार्यक्रम की अध्यक्षता कबीर आश्रम खरसिया से पधारे हुए सुधाकर दास शास्त्री जी ने की। इस अवसर पर कबीर साहेब के तैल चित्र पर दीप प्रज्वलित कर पुष्पमाला अर्पित की गई। अतिथियों का स्वागत साल श्री फल एवं पुष्प माला से किया गया। बड़ी संख्या में उपस्थित स्रोताओं को अपना आशीर्वचन प्रदान करते हुए राजेश्री महन्त जी महाराज ने कहा कि- छत्तीसगढ़ राज्य में जहां कहीं भी कबीर संप्रदाय का कोई कार्यक्रम आयोजित होता है उसमें यदि मुझे निमंत्रण प्राप्त होता है तो मैं यह निरंतर प्रयत्न करता हूं कि समय निकालकर उसमें उपस्थित रहने का अवसर प्राप्त हो, यहां भी आप लोगों ने याद किया था मैं आप सबके बीच में हूं। कुछ दिन पहले ही ग्राम तौलीपाली के कार्यक्रम में आप सभी से भेंट मुलाकात हुई थी, कबीर साहब स्वामी रामानंदाचार्य जी महाराज के शिष्य थे और मैं जिस संस्थान की सेवा करता हूं वह भी स्वामी रामानंदाचार्य जी महाराज से संबंधित है इसीलिए आप लोगों के कार्यक्रम में कुछ क्षण के लिए सही लेकिन उपस्थित होता ही हूं। कबीर साहब ने कहा है -साईं इतना दीजिए, जामे कुटुंब समाय। मैं भी भूंखा न रहूं, साधु न भूंखा जाय।। हमें भी अपने जीवन में उनके इन विचारों को आत्मसात करनी चाहिए। लोगों को संबोधित करते हुए कार्यक्रम के अध्यक्ष शास्त्री जी ने कहा कि -राजेश्री महन्त जी महाराज कोई सामान्य हस्ती नहीं हैं। वे बहुत बड़े मठ के पीठाधीश्वर हैं। श्री दूधाधारी मठ को लोग दूर-दूर तक जानते हैं और श्री शिवरीनारायण मठ हमारा तीर्थ स्थल है। इतने बड़े स्थान के मलिक होते हुए भी वे बड़ी सहजता से सामान्य आग्रह पर ही हम सभी के बीच उपस्थित हो जाते हैं यही उनकी सबसे बड़ी खासियत है। इतनी सरलता, इतनी सज्जनता परमात्मा ने इन्हें प्रदान की है। इस अवसर पर साहेब कन्हैया दास, महेश्वर दास, रोहित दास, हनुमान दास, ज्ञानेश्वर दास, कार्यक्रम के आयोजक सैनिक दास जी सहित अनेक संत महात्मा मंचासीन थे। राजेश्री महन्त जी महाराज के साथ इस कार्यक्रम में ठाकुर कमलेश सिंह एवं मीडिया प्रभारी निर्मल दास वैष्णव विशेष रूप से सम्मिलित हुए। अतिथियों को स्मृति चिन्ह प्रदान कर विदाई दी गई।