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आभावो के बाद भी कुटरा विद्यालय नें जिले में शीर्ष स्थान क्रम में रखा नाम

जांजगीर कुटरा-पंडित राम सरकार पांडेय शासकीय शा उ मा वि कुटरा जिले से दूर है, 400 बच्चो में केवल 11 शिक्षक अध्ययन का कार्य संभाल रहे कमरे के नाम में केवल अतिरिक्त कमरा ही मिला है। इन सबके बाद भी यहां के शिक्षकों नें जिले स्तर पर अपनी छाप छोड़ने में कमी नहीँ छोड़ी। सभी विषयों के शिक्षकों नें हर विषय में बच्चो को ज्ञान देने का नया से नया तरीका निकालकर बच्चो के बीच ज्ञान साझा किया। विद्यालय के प्राचार्य श्री संदीप श्रीवास्तव नें कोरोना काल के बाद सभी प्रकार की सुविधाये देने के लिए जी तोड़ मेहनत की  वे ज़ब विद्यालय में आये तो केवल 04 कमरे ही थे शौचालय का आभाव था इन आधारभुत कार्यों को उन्होंने अपनी मेहनत से दूर किया। इसके बाद ग्राम से विद्यालय के शिक्षकों को प्रोत्साहित करने का कार्य समाजसेवी राघवेन्द्र पांडेय जी ने बखूबी किया उन्होंने गाँव को न केवल पांडेय परिवार की जमीन देने में अपनी भूमिका निभाई अपितु विद्यालय के बच्चो को समय समय पर जांजगीर से आकर प्रोत्साहन स्वयं देने की परम्परा डाली जिसका बच्चो पर व्यापक असर पड़ा। इन सबके आलावा संयोजक के रूप में विद्यालय के लोकप्रिय व राज्यपाल पुरस्कृत व्याख्याता अनुराग तिवारी नें अपने नवीन प्रयोगो से बच्चो के व पालकों के मन में अपना स्थान कायम किया। बच्चे उनके कदमो. पर. चलकर आज उत्साहित हैं। अवधेश जी, महावीर जी,उमेश जी, मकरम कमलाकर जी, दौलत थवाइत जी, लोकपाल सिँह जी, संगीता सिँह जी, काजल कहरा जी, संगीता सिँह जी, चन्द्रवती रात्रे जी जैसे सभी ऊर्जावान शिक्षकों की मेहनत का ही परिणाम हैं की आज यह विद्यालय शीर्ष स्थान क्रम पर जिले में विराजमान हैं शासन को यहां सुविधाएं और देनी चाहिए ताकि यहां के बच्चे राज्य स्तर में अपना स्थान बना सकें।

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