सघन कुष्ठ खोज अभियान LCDC द्वितीय चरण 15 से 21 मार्च

2209 सदस्यों द्वारा घर-घर भ्रमण कर कुष्ठ के संभावित मरीजों की पहचान में ड्यूटी
जांजगीर/कलेक्टर श्री आकाश छिकारा के मार्गदर्शन में जांजगीर-चाम्पा जिले के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में कुष्ठ रोग के उन्मूलन हेतु समुदाय में प्रत्येक मरीज की पहचान कर उपचार किया जाना अत्यंत आवश्यक है 15 से 21 मार्च 2024 तक ‘सघन कुष्ठ खोज अभियान’ द्वितीय चरण चलाया जा रहा है। अभियान के दौरान स्वास्थ्य-मितानिन अमले द्वारा कार्य क्षेत्र में घर-घर भ्रमण कर कुष्ठ के संभावित मरीजों की पहचान कर उनका जांच एवं धनात्मक मरीजों को उपचार प्रदाय किया जा रहा है।
डॉ. स्वाति वंदना सिसोदिया मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने स्वास्थ्य – मितानिन अमला को 15 से 21 मार्च 2024 तक घर-घर भ्रमण कर कुष्ठ के लक्षण के आधार पर संभावित मरीजों की पहचान करने एवं खोजे गये शंकास्पद कुष्ठ के मरीजों का पुनः परीक्षण संबंधित क्षेत्र के एमपीडब्ल्यू एवं एनएमए द्वारा किया जावे। प्रत्येक घर जाकर सभी व्यक्तियों में लक्षणों का पता लगाया जावेगा। मितानिनों द्वारा गृह भेंट के माध्यम से चिन्हांकित कुष्ठ संभावित रोगियों का निकटतम प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में जाकर जांच कराने की भी सलाह दी जावे। मितानिन द्वारा उपरोक्त कार्य की निगरानी संबंधित क्षेत्र के मितानिन प्रशिक्षक एवं एमपीडब्ल्यू द्वारा किया जावे। अभियान के दौरान घर-घर भ्रमण कर चिन्हांकित एवं पंजीकृत किये गये सभी कुष्ठ के संदेहास्पद मरीज निकटतम स्वास्थ्य केन्द्र में जांच हेतु उपस्थित नहीं होते हैं तो एमपीब्ल्यू व एनएमए द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में शंकास्पद कुष्ठ मरीजों की सूची प्राप्त कर घर भेंट कर नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र तक पहुंचाया जाना है। एमपीडब्ल्यू/एनएमए द्वारा जांच कर कुष्ठ की पुष्टि कर पुनः मेडिकल ऑफिसर से पुष्टि कराया जाना है। पुष्टि कर एमडीटी की दवा पूर्ण उपचार सुनिश्चित किया जावे एवं प्रति माह फॉलोअप के दौरान व्हीएमटी एवं एसटी करवाकर ग्रेड-2 विकृति एवं रिएक्शन हेतु भी पुष्टि किये जाने के लिये सभी खण्ड चिकित्सा अधिकारियों को निर्देशित किये हैं।
जिला अंतर्गत सभी गतिविधियों के क्रियान्वयन हेतु जिला नोडल अधिकारी कुष्ठ प्रभारी अधिकारी, विकासखण्ड स्तर पर प्रत्येक विकासखण्ड हेतु जिला मुख्यालय के एक अधिकारी/सलाहकार प्रभारी बनाया गया है। अभियान के समस्त गतिविधियां विकासखण्ड स्तर पर क्रियान्वयन हेतु खण्ड चिकित्सा अधिकारी, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र/सेक्टर स्तर पर प्रभारी चिकित्सा अधिकारी एवं सेक्टर पर्यवेक्षक मॉनिटरिंग एवं रिपोर्टिंग हेतु टीम तैयार किये गये हैं।
डॉ. व्ही.के. पैगवार जिला कुष्ठ अध्िकारी द्वारा 16 मार्च को कार्यालय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी सभाकक्ष में सघन कुष्ठ खोज जांच अभियान LCDC द्वितीय चरण के गतिविधियां हेतु कुष्ठ कार्यक्रम के विकासखण्ड स्तर पर रिपोर्टिंगकर्ता कर्मचारियों की बैठक में बताया कि जिले के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के प्रत्येक घरों में कुष्ठ रोग के लक्षणों के आधार पर संभावित मरीजों का पहचान हेतु ब्लॉक – अकलतरा 440, बलौदा 403, बमहनीडीह 439, नवागढ़ 434, जांजगीर शहरी 44, पामगढ़ 449 कुल 2209 मितानिन – अन्य महिला खोजी सदस्य घर-घर भ्रमण कर कुष्ठ के लक्षणों के आधार पर संभावित मरीजों की पहचान कर रहे हें।
श्रीमती पुनीता वर्मा जिला समन्वयक मितानिन कार्यक्रम ने बताया कि सघन कुष्ठ खोज जांच अभियान LCDC द्वितीय चरण में शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के सभी मितानिन अपने क्षेत्र में घर-घर भ्रमण कर कुष्ठ रोग के लक्षण के आधार पर संभावित मरीजों की पहचान कर रहे हैं।
श्री के.के. थवाईत, श्री ए.एल. मसीह, श्री विद्याभूषण साहू, श्री बी.एस. ब्यास, श्री जी.एल. चतुर्वेदानी, सुप्रिया घोष, शशिकला दास, श्री डी.के. साहू, श्री रामरतन डडसेना, श्री राहूल राठौर श्री खूबचंद सोनंत, श्री आशीष देवांगन आदि बैठक में उपस्थित थे।