कवियों ने कविता से देर रात तक गुदगुदाया

जांजगीर…शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला अमोरा के राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई शिविर अकलतरी में साहित्यिक ,बौद्धिक विकास अंतर्गत कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया,जिसमे कवियों ने देर रात तक श्रोताओं को गुदगुदाया।कवि सम्मेलन का शुभारंभ कवयित्री डा.सुश्री लक्ष्मी करियारे ने मां सरस्वती की वंदना से किया।
डा.प्रमोद आदित्य ने छत्तीसगढ़ के महिमा का बखान करते हुए गीत कुछ इस तरह गाया छत्तीसगढ़ मोर महल अटारी छत्तीसगढ़ मोर अंगना हे,छत्तीसगढ़ के खातिर मौला जीना मरना हे गीत पर सबको मंत्र मुग्ध कर दिया।कवि सम्मेलन के सयोजक व बेहतरीन शायराना अंदाज में संचालन कर रहे व्यंग्य विधा के सशक्त हस्ताक्षर बोधीराम साहू ने शादी पार्टी के भगदड़ को कुछ इस तरह परोसा देखते ही देखते मिनटों में सफाचट हो गए सभी पकवान, झीना झपटी देखकर मैं हो गया हलाकान।
मधुर कंठ के स्वामी डॉ.सुश्री लक्ष्मी करियारे ने बेटी पर कविता मैं भी जीना चाहु सवारों मुझे जन्म लेने से पहले न मारो मुझे प्रस्तुत कर खूब तालियां बटोरी। गीतकार रामरतन साहू ने छत्तीसगढ़ की महिमा का बखान करते हुए गीत कुछ इस तरह पिरोया।छत्तीसगढ़ महतारी हे,पहिरे हरियर सारी हे।नागर हमर चिन्हारी हे।कवि, गीतकार,लोकगायक, छालीवुड अभिनेता डॉ .सूरज श्रीवास ने अपना चिट्ठा खोलते हुए कविता कुछ यूं कहा न दौलत न शोहरत न शान ढूंढता हुं, मां का लाडला बेटा हर दिल मां का अरमान ढूंढता हूं।
ओज के सशक्त हस्ताक्षर अपनी बातो को बेबाकी से रखते हुए रचना पाठ किया।छिपे सब विषधरो के दांत को अब तोड़ना होगा।जेहादी शत्रुओ के तंत्र को अब तोड़ना होगा।अभिनय कुमार खरे ने अपनी रचना में वर्तमान में हो रहे मनमानी को उकेरते हुए खूब हंसाया।सभी कवियों को प्राचार्य आशीष मिश्रा व कार्यक्रम प्रभारी संजय यादव द्वारा स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।कवि सम्मेलन के संचालक ने लोगो को बीच बीच में टिप्स देकर खूब हंसाया।
इस दौरान लक्ष्मी साहू जिला महासचिव साहू संघ,सम्मेलाल साहू प्राचार्य,सरपंच पीयूष प्रताप सिंह राणा , अश्वनी यादव ,तिजराम कैवर्ट , डॉक्टर लीलाधर साहू , आलोक कुमार साहू , दुर्गा यादव , अंजाना मानिकपुरी , कामनी निर्मलकर , फिरोज कश्यप , छोटू कश्यप , रासेयो छात्र छात्रा गांव के काव्य रसिक श्रोताओं ने देर रात तक आनंद लेते रहे ।