बसंत पंचमी का पर्व मनाया गया

राजधानी रायपुर स्थित श्री दूधाधारी मठ एवं श्री जैतू साव मठ सहित इनसे संबंधित सभी मठ मंदिरों में बसंत पंचमी का पर्व हर्षोल्लास के साथ श्रद्धा भक्ति पूर्वक मनाया गया। इस अवसर पर विद्या की देवी माता सरस्वती जी एवं भगवान राघवेंद्र सरकार एवं श्री राधा कृष्ण जी की विधिवत पूजा अर्चना की गई। उन्हें आम का मौर एवं गेहूं की बाली तथा पुष्प, गुलाल, चंदन, धूप, दीप, नैवेद्य अर्पित किया गया। पूजार्चना संपन्न होने के बाद श्रद्धालुओं में प्रसाद का वितरण किया गया। बसंत पंचमी के संदर्भ में अपने संदेश में राजेश्री महन्त जी महाराज ने कहा कि- बसंत उत्सव सनातन धर्मावलंबियों का एक प्रमुख त्यौहार है, इस दिन विद्यादायनी माता सरस्वती की पूजा अर्चना विशेष रूप से की जाती है। जो भी श्रद्धालु भक्त विधिवत पूजा अर्चना करते हैं उन्हें बल, बुद्धि एवं ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है। उन्होंने कहा कि बसंत पंचमी के साथ ही श्री दूधाधारी मठ में बसंत उत्सव का पर्व प्रारंभ हो गया है यह पूरे एक माह तक चलेगा। अजय तिवारी जी ने कहा कि- जैतू साव मठ में प्रत्येक वर्ष माघ शुक्ल पक्ष पंचमी को बसंत पंचमी का पर्व मनाया जाता है इस वर्ष भी हम सभी श्रद्धा भक्ति पूर्वक यह त्यौहार मना रहे हैं। पूजा अर्चना के समय विशेष रूप से महेंद्र अग्रवाल जी, नागा जी महाराज, रमेश यदु चंद्रकांत यदु, राम मनोहर दास जी, राम अवतार दास जी, रामप्रिय दास जी, हर्ष दुबे, निर्मल दास वैष्णव सहित अनेक गणमान्य नागरिक गण उपस्थित थे।