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पोरा त्यौहार मनाया गया श्री दूधाधारी मठ में

राजधानी रायपुर स्थित श्री दूधाधारी मठ में भाद्र अमावस्या को पोरा का पर्व मनाया गया। बैल मूर्तियों की परंपरागत रूप से पूजार्चना की गई। महामंडलेश्वर राजेश्री महन्त रामसु्न्दर दास जी महाराज ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पूजा अर्चना संपन्न की। उन्होंने अपने संदेश में कहा कि -भारत वर्ष कृषि प्रधान देश है। यहां कृषि कार्य में प्रयोग में ले जाने वाले गौवंशियों के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने की परंपरा है। इसका निर्वाह छत्तीसगढ़ राज्य में भी किया जाता है। छत्तीसगढ़ राज्य को धान का कटोरा कहा जाता है, इसलिए इसका यहां बहुत ही महत्व है। उन्होंने संपूर्ण देशवासियों सहित छत्तीसगढ़ राज्य के निवासियों को पोरा त्यौहार की शुभकामनाओं के साथ बधाई दी है। पोरा पूजन के अवसर पर मठ मंदिर के पुजारी, विद्यार्थी एवं आधिकारिक, कर्मचारी गण उपस्थित थे।