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जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी- राजेश्री महन्त जी

यही हमारी भारतीय संस्कृति और सनातन परंपरा है

श्री दूधाधारी मठ एवं श्री शिवरीनारायण मठ पीठाधीश्वर राजेश्री महन्त रामसुन्दर दास जी महाराज अम्लीडीह, रायपुर में साहू परिवार के द्वारा जन्मोत्सव के अवसर पर आयोजित रामायण कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। यहां आयोजक परिवार के द्वारा जोरदार आतिशबाजी के साथ उनका भव्य स्वागत किया गया। उन्होंने सपरिवार पूजा अर्चना कर पूज्य गुरुदेव जी महाराज से आशीर्वाद प्राप्त किया। मंचासीन मानस गायन पार्टी ने महाराज जी से आशीर्वचन प्रदान करने का आग्रह किया इस पर राजेश्री महन्त जी महाराज  ने लोगों को आशीर्वचन प्रदान करते हुए कहा कि- यहां साहू परिवार के द्वारा जन्मोत्सव के अवसर पर मानस गायन कार्यक्रम आयोजित किया गया है। यही हमारी भारतीय संस्कृति और सनातन परंपरा है। हमें इस तरह के कार्यक्रम आयोजित करने ही चाहिए इससे आने वाली पीढ़ी संस्कारवान बनेगी। उन्होंने कहा कि जन्म देने वाली माता और जन्मभूमि दोनों ही स्वर्ग से भी बढ़कर के है। शास्त्रों में कहा गया है कि -जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी। मां विद्या दायिनी मानस परिवार ग्राम- सिरसिदा, चरामा, जिला बस्तर, कांकेर की मानस मंडली ने रामायण गायन प्रस्तुत की। इस अवसर पर विशेष रूप से मां कामधेनु मानस परिवार अमलीडीह से कमलेश साहू, शैलेश साहू तथा सुरेश साहू, राम साहू,मेघु राम साहू, तीरथ राम साहू, उत्तम साहू, मनीराम साहू, हरेंद्र साहू, भावेश साहू, कुणाल साहू, मोहित राम साहू, रामनाथ साहू, विशंभर दास मानिकपुरी, हजारी साहू, सुनील कुमार साहू, मीडिया प्रभारी निर्मल दास वैष्णव, हर्ष दुबे सहित अनेक गणमान्य नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

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